जिससे नर नारी क्या पशु पक्षी भी नहीं अछूता जिससे नर नारी क्या पशु पक्षी भी नहीं अछूता
आ चल मेरे कदमों के साथ, तुझे खुशियां बटोरना सिखा दूं। आ चल मेरे कदमों के साथ, तुझे खुशियां बटोरना सिखा दूं।
जन्म लेती है जो बेटी जिसे हम कहें खुशियों से भरा जीवन प्यारी बेटी जिसे हम कहें , जन्म लेती है जो बेटी जिसे हम कहें खुशियों से भरा जीवन प्यारी बेटी जि...
थोड़ा सा गौर करने के बाद मैंने मन की सुनी बाहर खड़े मेहमान का खुशी से स्वागत किया और थोड़ा सा गौर करने के बाद मैंने मन की सुनी बाहर खड़े मेहमान का खुशी से स्वा...
राहों में रोड़े आते है, मेहनत से मंजिले पाते है। गर गमो में हँसना सीखें चंहु और खुशियाँ पात... राहों में रोड़े आते है, मेहनत से मंजिले पाते है। गर गमो में हँसना सीखें ...
घर बनता फिर मंदिर प्यार की बजती घंटियाँ किलकारियों का बंटता प्रसाद प्रफुल्लित मन करता जय ज... घर बनता फिर मंदिर प्यार की बजती घंटियाँ किलकारियों का बंटता प्रसाद प्र...